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किसानों का पैसा जमीन खा गई या आसमान निगल गया, खरीदी प्राभारी कहते हैं पैसा ऑनलाइन एंट्री कर दी गई है तो सहकारी बैंक प्रबंधन कहता है पैसा नही आया…

 

जांजगीर चाम्पा/ जिले के किसानों को अपनी गाढ़ी मेहनत के धान का पैसा पाने भटकना पड़ रहा है, धान खरीदी केन्द्र प्राभारी कहते हैं बिक्री और पैसे का डिटेल ऑनलाइन कर दिया गया है तो वहीं सहकारी बैंक प्रबंधन कहता है पैसा नही आया। पिछके सप्ताह भर तक भटकने के बाद आज किसानों ने कलेक्टर से अपने पैसे दिलवाने की गुहार लगाई है।

इस संबंध में आज जैजैपुर क्षेत्र से जांजगीर कलेक्ट्रेट पहुॅचे किसानों ने जानकारी देते हुए बताया कि वे सभी उपार्जन केन्द्र झरप सेवा सहकारी समिति चिस्दा से संबंधित किसान हैं। सभी किसानों के 14.12.2021 को उपार्जन केन्द्र में धान की बिक्री की गई थी जिसकी पावती भी उन्हे दी गई है मगर पिछले 7 दिनों में भी उनके खाते में धान का पैसा जमा नही हुआ है। उनका कहना है कि जब धान का पैसा लेने जिला सहकारी बैंक हसौद गये जहां बैंक प्रबंधन द्वारा उन्हे धान बिक्री का पैसा उनके खाते में जमा नही होने की जानकारी दी गई बैक के कर्मचारियों ने यह कहकर लौटा दिया कि धान खरीदी केन्द्र में जाकर पता करो। जिसके बाद किसान धान खरीदी केन्द्र प्रभारी के पास गये तब उन्होनें कहा गया कि उनका बिक्री और पैसों का डिटेल अपडेट कर दिया गया है मगर धान बेचने के 8 दिनों बाद भी उनके खाते में पैसे अंतरित नही हुए है जबकि उनके बाद धान बेचने वाले किसानों के खाते में पैसे आ चुके हैं। किसानों ने यह भी बताया कि कुल 11 किसानों के धान का पैसा उनके खाते में नही पहुॅचा है जो कुल रकम 9 लाख 48 हजार 16 रूपये है जो कि ऋण वसूली के बाद 6 लाख 90 हजार 415 रूपया भुगतान होना है। पैसे नही मिलने और ना ही मुनासिब जवाब मिलने से परेशान होकर सभी किसान आज जांजगीर कलेक्ट्रेट पहुॅचे और कलेक्टर के नाम पैसे दिलाने के निवेदन के साथ ज्ञापन सौंपा है। इस संबंध में जिले के कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला ने बताया कि किसान समस्या लेकर मेरे पास आए थे, तकनीकी वजह से दिक्कत आ रही होगी जिसे तत्काल हल करने के लिए संबंधितों को निर्देशित कर दिया गया है।

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