नरियरा। के एस के महानदी पावर कम्पनी लिमिटेड नरियरा में पंजीकृत श्रम संगठन छत्तीसगढ़ पावर मजदूर संघ (एचएमएस) यूनियन के महामंत्री बलराम गोस्वामी के साथ हुए मारपीट के विरोध में दोषी कर्मचारी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया, जिसमे प्रबंधन को 7 दिवस के अंदर कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई है, संघ ने कार्यवाही नही करने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी भी दिया है।
एचएमएस यूनियन के श्रमिक नेता मूलचंद नोरगे ने कहा है कि मारपीट लड़ाई झगड़े करने से कारखाना में भय और अशांति का माहौल निर्मित हो रहा है, यह कृत्य व्यवसायिक संघ अधिनियम 1926 के द्वारा प्राप्त अधिकारों का हनन की श्रेणी में आता है, एक पंजीकृत श्रम संगठन के जिम्मेदार पदाधिकारी को इस तरह मारपीट करना अनुचित और अक्षम्य है, उक्त दोषी कर्मचारी के ऊपर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए ताकि कारखाना परिसर में शांति व्यवस्था बनी रहे।
गजपाल मरावी ने बताया कि प्रबंधन दोषी कर्मचारी को यदि सजा नही देगा तो कर्मचारियों में रोष पनप जाएगा, हमारे संघ के महामंत्री एवं अन्य पदाधिकारी हमेशा श्रमिक हित के कार्यो में समर्पित है, जिससे आज मजदूरों को वेतन वृद्धि एवं अन्य सुविधाएं प्राप्त हो रही है, जिससे कुछ लोगो को तकलीफ हो रहा है इसलिए श्रमिक नेता को निशाना बनाया गया है ताकि वह श्रमिक हित के लिए संघर्ष करना बंद कर दे।
श्रवण निर्मलकर ने कहा है कि एचएमएस यूनियन ने पिछले 5 वर्षों में श्रमिको की स्थिति सुधारने में कोई कसर नही छोड़ा है, इसलिए कुछ रूढ़िवादी सोच रखने वाले लोग हमारे नेताओं को मारपीट कर डराना चाह रहे है, आज हमारे संघ के नेताओ के नेतृत्व में हम सब ठेकेदारी से नियमित हो पाए है, साथ ही साथ हमे वेतन वृद्धि, प्रमोशन, यूनिफार्म ग्रुप इंश्योरेंस सहित कई लाभ दिलवा रहे है हम सब संगठन और हमारे नेताओं के साथ है, इसीलिए आज भारी संख्या में मजदूर ज्ञापन सौंपने आये है, जिसमे ओमप्रकाश कैवर्त्य, सीताराम साहू, गंगाराम कैवर्त्य, शिव प्रसाद नोरगे, दिलीप सिंह, राजू टण्डन, धनसिंह जगत सतीश बर्मन मिथलेश रात्रे, बांके बिहारी वैष्णव, अविनाश महिपाल, महावीर राठौर, मनमोहन नेताम, विक्की नोरगे, योगेंद्र वैष्णव, डाकेश्वर दुबे, जय निर्मलकर, नंद कुमार कैवर्त्य, राजकुमार निर्मलकर, श्रीधर सिंह, दाऊ लाल लहरे, रोहित यादव, रघुराज निर्मलकर, विजय साहू, रोहित साहू, रमेश निर्मलकर, रामनरेश मरकाम, गणेश लहरे, रविन्द्र नोरगे, उत्तम साहू, अजय राठौर, मनेश नोरगे, कन्हैया जोगी, गजेंद्र पुरी, चंद्रशेखर कैवर्त्य, त्रिपाल सिंह, रूपचंद टंडन, विजय कुमार निर्मलकर, विनोद नेगी, राजेन्द्र साहू, वीरेंद्र निर्मलकर,नारायण निर्मलकर सहित अन्य मजदूर एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।